(शाने गौ़से आज़म रहमतुल्लाह अ़लैहि01)
हुज़ूर गौसे पाक के मुख़्तसर हा़लात
सरकारे बगदाद हुज़ूर गौसे पाक रह़मतुल्लाही अ़लैहि की कुन्यत अबू मुह़म्मद और अलक़ाबात मुह़युद्दीन, मह़बूबे सुब्हा़नी, गौसुस्स-क़लैन, गौसुल आ'ज़म वगैरा है। आप 470 ही. में बगदाद शरीफ के क़रीब क़स्बा जिलान में पैदा हुवे और 561 ही में बगदाद शरीफ ही में विसाल फ़रमाया आप का मज़ारे पुर अन्वार इराक़ के मशहूर शहर बगदाद शरीफ में है।
गौस किसे कहते है .?
गौसिय्यत बुज़ुर्गी का एक खास दर्जा है, लफ़्ज़े "गौस" के लुगवि माना है "फरियाद-रस यानी फ़रियाद को पहुंचने वाला" चुँकी ह़ज़रते शैख़ अ़ब्दुल क़ादिर जिलानी रह़मतुल्लाही अ़लैह गरीबो, बे कसो और हा़जत मन्दो के मददगार है इसलिये आप को ग़ौसे आज़म के खिताब से सरफ़राज़ किया गया, और बाज़ अ़क़ीदत मन्द आपको "पिराने पिर दस्त-गिर" के लक़ब से भी याद करते है।(ग़ौसे पाक के हा़लात, सफा 16)