(सेहरी के बाद तहज्जुद पढ़ना कैसा है?)

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 सेहरी के बाद तहज्जुद पढ़ना कैसा है

 सवाल  : उलमा ए किराम की बारगाह मे एक सवाल अर्ज़ है कि क्या तहज्जूद की नमाज़ सेहरी के बाद पढ़ने में कोई हर्ज है या नहीं
 साईल :  अब्दुल्लाह खान

 जवाब  : नमाज़ ए तहज्जुद फजर का वक़्त शुरू होने तक है और सेहरी भी फजर का वक़्त शुरू होने से पहले तक है (माखूज़  अज़ बहारे शरीयत हिस्सा ३ नमाज़ के वक़्तों का बयान)

 तो अब आप चाहें तो सो कर उठने के बाद पहले तहज्जुद पढ़ ले फिर सेहरी करें या पहले सेहरी कर लें फिर तहज्जुद पढ़ें लेकिन एक बात का खास ख्याल रखें तहज्जुद के लिए सोना शर्त है और सेहरी के लिए शर्त नहीं (माखूज़  अज़ बहारे शरीयत हिस्सा ४ नमाज़ ए तहज्जुद का बयान)
 والله اعلم بالصواب 
 अज़ क़लम 
मोहम्मद मासूम रज़ा नूरी 



 हिंदी ट्रांसलेट 
 मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)



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