इमाम का कान छेदा है तो उसके पीछे नमाज़ पढ़ना कैसा है
सवाल : इमाम का कान छेदा है तो उसके पीछे नमाज़ पढ़ना कैसा है जवाब इनायत फरमाएं करम होगा
साईल : शाहिद अफरीदी
जवाब : इमाम के कान में अगर पैदाइशी छेद है तो कोई हर्ज नहीं उसके पीछे नमाज़ हो जाएगी अलबत्ता अगर इमाम ने कान छेदवाया है तो उसके पीछे नमाज़ मकरूह ए तहरीमी वाजिबुल इयादा होगी बहारे शरीयत हिस्सा १६ जीनत के बायान में है मर्द को कान छेदवाना भी नाजायज़ है और उसे जे़वर पहनना भी नाजायज़ है
कान छेदवाया था फिर सिद्क़ दिल से एलानिया तौबा व इस्तगफार करे तो अब उसके पीछे नमाज़ हो जाएगी
والله اعلم بالصواب
अज़ क़लम
साईल : शाहिद अफरीदी
जवाब : इमाम के कान में अगर पैदाइशी छेद है तो कोई हर्ज नहीं उसके पीछे नमाज़ हो जाएगी अलबत्ता अगर इमाम ने कान छेदवाया है तो उसके पीछे नमाज़ मकरूह ए तहरीमी वाजिबुल इयादा होगी बहारे शरीयत हिस्सा १६ जीनत के बायान में है मर्द को कान छेदवाना भी नाजायज़ है और उसे जे़वर पहनना भी नाजायज़ है
कान छेदवाया था फिर सिद्क़ दिल से एलानिया तौबा व इस्तगफार करे तो अब उसके पीछे नमाज़ हो जाएगी
والله اعلم بالصواب
अज़ क़लम
मोहम्मद मासूम रज़ा नूरी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)