वज़ू करने का आसान तरीक़ा
सवाल मौलाना ताज मोहम्मद क़ादरी वाहिदी साहब क़िबला अस्सलाम व अलैकुम व रहमतुल्लाह बरकातूह वज़ू बनाने का आसान तरीक़ा तहरीर फरमां दीजिए
साईलरिज़वान अहमद गोंडा
जवाब व अलैकुस्सलाम व रहमतुल्लाहवज़ू करने का तरीक़ा यह है कि पहले नियत करेफिर बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ कर मिस्वाक करे अगर मिस्वाक ना हो तो उंगली से दांत मलेफिर दोनों हाथों को गट्टों तक तीन बार धोए पहले दाहिने हाथ पर पानी डाले फिर बाएं हाथ पर दोनों को एक साथ ना धोएफिर दाहिने हाथ से तीन बार कुल्ली करे और दाहिने हाथ से तीन बार नाक में पानी चढ़ाएफिर पूरा चेहरा धोएयानी पेशानी पर बाल उगने की जगह से थोड़ी के नीचे तक एक कान की लौ से दूसरे कान की लौ तक हर हिस्से पर पानी बहाए और दाढ़ी के बाल व खाल को धोएहां अगर दाढ़ी के बाल घने हो तो खाल का धोना फर्ज़ नहीं बल्कि मुस्तहब हैफिर दोनों हाथों को केहनियों समेत तीन बार धोए उंगलियों की तरफ से केहनियों के ऊपर तक पानी डाले केहनियों की तरफ से ना डालेंफिर एक बार दोनों हाथों से पूरे सर का मसह करेफिर दोनों पांव टखनो समेत तीन बार ,
इन्तिबाह
(१) > बाज़ लोग चेहरे को धोने में लापरवाही करते हैं और सिर्फ आंखनाकगालधो लेते हैं इस तरह धोने से वज़ू ना होगा बल्कि पूरा चेहरा धोए कि यह वज़ू का पहला फर्ज़ हैअगर एक बाल के बराबर धोने से रह गया तो वज़ू ना होगा,
(२) > बाज़ लोग दोनों हाथों को मिला करके थोड़ा सा पानी चुल्लू में लेकर हाथ टेढ़ा कर लेते हैं इस तरह पूरा हाथ नहीं धुलता और ना हर अज़ू पर पानी पहुंचता हैइस तरह धोने से वज़ू ना होगा कि यह दूसरा फर्ज़ है,
(३) > बाज़ औरतें मस्ह करने के बजाए सर से दुपट्टा हटा कर ओढ़ लेती हैंइस तरह मस्ह ना होगाबल्कि चौथाई सर का मस्ह करे कि यह तीसरा फर्ज़ है,
(४) > बाज़ लोग पैर को रख कर लापरवाही से पानी डाल देते हैं इस तरह वज़ू ना होगाबल्कि पैर को उठा लें की एड़ी के नीचे पानी बह जाए और उंगलियों का खिलाल करे ताकि पानी हर अज़ू से बह जाएअगर एक बाल के बराबर धुलने से रह गया तो वज़ू ना होगा कि यह चौथा फर्ज़ है,
(५) > धोने से मुराद हर आज़ा पर कम से कम दो बूंद पानी बह जाना ज़रूरी है,
والله و رسولہ اعلم بالصواب
अज़ क़लम
फक़ीर ताज मोहम्मद हन्फी क़ादरी वाहिदी अतरौलवी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)