नमाज में खुजली करना कैसा
मस'अला:: ऐक रुकन में तीन 3 मरतबा खुजाने से नमाज फासिद हो जाएगी यानी इस तरह खुजाया कि एक मरतबा खुजा कर हाथ हटा लिया फिर दूसरी मरतबा खुजा कर हाथ हटा लिया फ़िर तीसरी मरतबा खुजाया तो नमाज़ फासिद हो जाएगी और अगर सिर्फ एक बार हाथ रखकर चन्द मरतबा हरकत दी तो एक ही मरतबा खुजाना कहा जाएगा,
मस'अला: अगर हालते नमाज में बदन के किसी मक़ाम पर खुजली आए तो बेहतर यह है कि ज़ब्त करे और अगर ज़ब्त न हो सके और उसके सबब से नमाज में दिल परेसान हो तो खुजा ले मगर एक रुक्न मस्लन क़याम या क़ुउद या रुकूअ या सुज़ुद में तीन 3 मरतबा न खुजाए सिर्फ दो 2 मरतबा तक खुजाने की इजाज़त है (बहारे शरीअत हिस्सा न 3 सफहा न 156)