क्या हाएज़ा अज़ान का जवाब दे सकती है
सवाल क्या फरमाते हैं उलमा ए किराम इस मसअला में की हैज़ व निफास वाली औरतें अज़ान का जवाब दे सकती हैं या नहीं ? मअ हवाला जवाब इनायत फरमाएं
साईलराज़िया बानू
जवाब हैज़ व निफास वाली औरतें अज़ान का जवाब दे सकती हैं, जैसा कि फतावा अलमगीरी में है कि و یجوز للجنب والحائض الدعوات و جواب الاذان و نحو ذلک जुंबी और हाएज़ा के लिए दुआएं पढ़ना और अज़ान का जवाब देना और इस जैसी चीजें जायज़ हैं, (फतावा अलमगीरी जिल्द १ सफा ३८)
अल्लामा सदरुश्शरिया अलैहिर्रहमां तहरीर फरमाते हैं कि कुरान मजीद के अलावा और तमाम अज़कार कलमा शरीफदरूद शरीफ वगैरह पढ़ना बिला कराहत जायज़ बल्कि मुस्तहब हैऔर इन चीज़ों को वज़ू या कुल्ली करके पढ़ना बेहतर हैऔर वैसे ही पढ़ लिया जब भी हर्ज नहीं और इनके छूने से भी हर्ज नहीं, (बहारे शरीअत हिस्सा १हैज़ व निफास का बयान)
والله و رسولہ اعلم بالصواب
अज़ क़लम
फक़ीर ताज मोहम्मद हन्फी क़ादरी वाहिदी अतरौलवी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)