क्या औरतें अज़ान दे सकती हैं
सवाल क्या फरमाते हैं उलमा ए किराम इस मसअला में की जिस घर में मर्द या लड़का नहीं है या है मगर अज़ान नहीं दे सकता तो क्या औरतें या लड़कियां अज़ान दे सकती है
साईलमोहम्मद नेहाल अहमद भागलपुर (बिहार)
जवाब बला से महफूज़ होने के लिए या खैर व बरकत के लिए औरत अज़ान दे सकती है,
बशर्ते कि उनकी आवाज़ गैर महरम तक ना जाए क्योंकि औरत की आवाज़ भी औरत हैयानी छिपाने वाली चीज़ है हां आहिस्ता घर के अंदर अज़ान ब वक़्त ज़रूरत दे सकती हैं,
और जो कुतुबे फिक़्ह व फतावा में तहरीर है की औरत की अज़ान मकरूह है तो वह नमाज़ के लिए है कि औवलन वहदानियत और रिसालत की गवाही है और औरत की गवाही मोतबर नहीं नीज़ इसमें दूसरों तक पहुंचाना मक़सूद है और औरत की अज़ान पर्दा है,
والله و رسولہ اعلم بالصواب
अज़ क़लम
फक़ीर ताज मोहम्मद हन्फी क़ादरी वाहिदी अतरौलवी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)