(फज़ाईले माहे रजब)

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 (फज़ाईले माहे रजब)

हज़रत सय्यिदना अब्दुल्लाह इब्ने ज़ुबैर رضِى الله تَعالى عنه से मरवी है उन्होनें फरमाया जिसने अपने मुसलमान भाई से रजब के महीनें में गम दूर किया (यानी उसकी कोइ तकलीफ दूर की उसकी मदद की) तो अल्लाह तबारक व तआला ﷻ उसकों जन्नतुल फिरदौस में निगाह की रसाई के बक़द्र वसीअ महल मरहमत फरमाएगा, खुब सुन लो तुम माहे रजब की इज़्ज़त करोगे तो अल्लाह सुब्हानहू व तआला ﷻ तुम्हें हजार दर्जा बुज़ुर्गी अता फरमाएगा।(गुनियातुत्तालिबीन, सफा-374)

हज़रत सय्यिदना उक़बा बिन सलामा बिन क़ैस رضِى الله تَعالى عنه ने मरफुअन रिवायत की है कि नबीए करीम सरवरे अंबिया रहमते आलम मेरे प्यारे मुस्तफा जाने रहमत ﷺ ने फरमाया कि जिसने माहे रजब में सदक़ा दिया तो अल्लाह तबारक व तआला ﷻ उसको जहन्नम से इतना दूर देगा जितना कौआ हवा में परवाज़ करके अपने आशियाना से इस क़द्र दूर हो जाए कि उड़ते उड़ते बूढा होकर मर जाए।

(बयान किया जाता है कि कौए की उम्र पांच सौ साल है) मुद्दुआ ये है कि कौआ पांच सौ बरस में जितना फ़ासिला अपने आशियाना से तय करेगा और उससे दूर होगा बक़द्र उस फासिले के बन्दा दोज़ख से दुर हो जाएगा।(गुनियातुत्तालिबीन, सफा-374)


हज़रत सय्यिदना इमाम हिब्तुल्लाह सिक़ती رحمةُ االلهِ تعالى عليه ने अपनी इसनाद के साथ हज़रत सय्यिदना अनस बिन मालिक رضِى الله تَعالى عنه से रिवायत है कि उन्होनें कहा कि रसूलुल्लाह ﷺ की आदते करीमा रही है कि जब रजब का महीना शुरु होता तो आप ﷺ दुआ फरमाते कि या अल्लाह ﷻ हमारे लिए रजब और शाबान में बरकत दे और हमें रमज़ान तक पहुंचा।

हज़रत सय्यिदना इमाम हिब्तुल्लाह رحمةُ االلهِ تعالى عليه ने अपनी इसनाद के साथ हज़रत सय्यिदना अबूज़र رضِى الله تَعالى عنهُم की हदीस मरफुअन बयान की कि हुज़ूर नबीए पाक ﷺ ने फरमाया जिसने रजब का पहला रोज़ा रखा उसका ये रोज़ा महीना भर के रोज़ो के बराबर होगा और जिसने रजब के सात दिन के रोज़े रखे उस पर जहन्नम के सातों दरवाज़े बन्द कर दिये जाएगें और जो रजब के आठ रोज़े रखेगा उस पर जन्नत के आठों दरवाज़े खोल दिये जायेंगे, जिसने रजब के दस दिन रोज़ा रखा तो अल्लाह तबारक व तआला ﷻ उसकी बुराइयों को नेकियों से बदल देगा और जिसने रजब के अठारह रोज़े रखे तो एक मुनादी आसमान से पुकारेगा कि

ऐ बन्दे! बिला शुब्हा तुझे बख्श दिया गया अब अज़ सरे नौ अमल शुरु कर।(गुनियतुत्तालिबीन, सफा-376)


तालिबे दुआए खैर

मुहम्मद अब्दुस्सबुर रज़ा क़ादिरी इस्माईली




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