हालते एहराम में खाने के लिए मछली का शिकार करना कैसा है
सवाल हालते एहराम में खाने के लिए मछली का शिकार करना कैसा है
जवाब जायज़ है, जैसा कि हुज़ूर सदरुश्शरिआ बदरुत्तरीक़ा हज़रते अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद अमजद अली क़ादरी अलैहिर्रहमा फरमाते हैं एहराम की हालत में जो बातें जायज़ हैं उन में से यह भी शामिल है खाने के लिए मछली का शिकार करना, (बहारे शरीअत हिस्सा शशुम सफा १०७३ / मकतबतुल मदीना दावते इस्लामी)
नोट मज़ीद तफसील के लिए बहारे शरीअत का मुतालआ करें,
والله تعالی اعلم بالصواب
मिन जानिब ज़हनी अज़माईश उर्दू ग्रुप
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)
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