मुतफ़र्रिकात का बयान

0

मुतफ़र्रिकात  का बयान 


(शर्मगाह का चूसना या चाटना कैसा है)

(खिचड़े को हलीम कहना कैसा है)

(उधार सामान ज़्यादह दाम में बेचना कैसा है)

(फातिहा का तरीक़ा )

(माँ से दूध बख्शवाना कैसा है)

 (शौहर जुज़ामी हो तो क्या बीवी जा सकती है उस के घर जा सकती है ?)

 (सातों दिनों में सब से पहले किस दिन की तख्लीक़ हुई)

 (माहे मुहर्रम को माहे मुहर्रमुल हराम क्यों कहते हैं)

 (उस्ताद बच्चों को किस लकड़ी के डंडे से मार सकता है ?)

(हुसैनी आज़म का एक वाक्य)

 (मज़ाराते औलिया पर औरतों का जाना कैसा है?)

(किस सूरत में कफन फरोख्त की गवाही मक़बूल नहीं है?)

(मुरव्वज़े ताज़ियादारी क्या है)

(मोहर्रम में बच्चों को फक़ीर बनाना कैसा है)

(मुहर्रम का खिचड़ा (हलीम) बनाना कैसा है?)

 (अपने भाई से तीन दिन तक बात ना करना कैसा है?)

(सूरज गहन और चांद गहन से कुछ होता है ?)

(जो कहे मैं किसी आलिम की बात नहीं मानता उस पर क्या हुक्म है ?)

(लड़की भागने वाले पर क्या हुक्म है ?)

(आज़माने के लिए सवाल करना कैसा है ?)

( इलाज ना कराने के सबब मौत वाक़िअ तो गुनहगार हुवा ?)

(वालिदैन की रूह को कैसे राज़ी करें ?)

 (लूडो खेलना कैसा है ?)

( हालते नापाकी में तअवीज़ पहनना कैसा है ?)

 (तावीज़ पहनना कैसा है?)

(हाथ में कड़े और धागे बांधना कैसा है)

(क्या मुखन्नस पर शरई हुक्म नाफीज़ होगा या नहीं)

( दाढ़ी वाले मुसलमानों को मुल्ला जी कहना कैसा है)

 (दुकान खोलते वक़्त अगरबत्ती जलाना कैसा है)

(माफी चाहने वाले को माफ ना करने वाले पर हुक्मे शरअ क्या होगा)

(२६ जनवरी मनाना कैसा है?)

(फ़ोन (कॉल) पर बात न करने की कसम खाना)






Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
एक टिप्पणी भेजें (0)
AD Banner
AD Banner AD Banner
To Top