मिस्वाक करते वक़्त मुंह में खून आ जाए तो रोज़ा का क्या हुक्म है
सवाल रोज़े की हालत में मिस्वाक करते वक़्त खून आ जाए तो रोज़ा टूट जाएगा या नहीं
जवाब हालते रोज़ा में अगर मिस्वाक करते वक़्त खून आ गया तो उस वक़्त तक रोज़ा नहीं टूटेगा जब तक खून हलक़ से नीचे ना उतरे या खून का मज़ा हलक़ में महसूस ना हो,
जैसा कि कुतुबे फिक़्ह में है
दांतों से खून निकल कर हलक़ से नीचे उतरा और खून थूक से ज़्यादा था या कम था मगर उसका मज़ा हलक़ में महसूस हुआ तो इन सब सूरतों में रोज़ा टूट गया और अगर कम था और मज़ा भी महसूस ना हुआ तो रोज़ा नहीं टूटा (दुर्रे मुख्तार जिल्द २ सफा ३६७/३६८)
यही हुक्म पायरिया की बीमारी में मसूड़ों से निकलने वाले खून और पीप का है, (बहवाला : रोज़ा के ज़रुरी मसाईल सफा ४६/मतबा अहले सुन्नत व जमाअत सेंटर पुने)
والله تعالی اعلم بالصواب
मिन जानिब ज़हनी अज़माईश उर्दू ग्रुप
हिन्दी ट्रान्सलेट
मौलाना रिजवानुल क़ादरी अशरफी सेमरबारी