सवाल जो कहे अंबिया अलैहिमुस्सलाम ने खौफ की वजह से कुछ बातें उम्मत तक ना पहुंचाया तो ऐसे शख्स के बारे में क्या हुक्म है
जवाब ऐसा शख्स काफिर है क्यों कि अल्लाह तआला का सब पैगाम अंबिया अलैहिमुस्सलाम ने उम्मत तक पहुंचा दिए यह मानना ज़रूरीयाते दिन में से है,
पारा ६ सूरह माएदा आयत ६७ में है
یٰۤاَیُّهَا الرَّسُوْلُ بَلِّغْ مَآاُنْزِلَ اِلَیْكَ مِنْ رَّبِّكَ۔وَ اِنْ لَّمْ تَفْعَلْ فَمَا بَلَّغْتَ رِسَالَتَه۔وَ اللّٰهُ یَعْصِمُكَ مِنَ النَّاسِ۔اِنَّ اللّٰهَ لَا یَهْدِی الْقَوْمَ الْكٰفِرِیْنَ
ए रसूल पहुंचा दो जो कुछ उतरा तुम्हें तुम्हारे रब की तरफ से और ऐसा ना हो तो तुम ने उस का कोई पयाम ना पहुंचाया और अल्लाह तुम्हारी निगहबानी करेगा लोगों से बेशक अल्लाह काफिरों को राह नही देता, (कंज़ुल ईमान)
और बहारे शरीअत हिस्सा अव्वल सफा ४२ में है
अल्लाह तआला ने अंबिया अलैहिमुस्सलाम पर बंदों के लिए जितने अहकाम नाज़िल फरमाए उन्होंने वह सब पहुंचा दिए, जो यह कहे कि किसी हुक्म को किसी नबी ने छुपा रखा, तक़िया यानी खौफ की वजह से या और किसी वजह से ना पहुंचाया काफिर है,
والله تعالی اعلم بالصواب
मिन जानिब ज़हनी अज़माईश उर्दू ग्रुप
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)