चार सो मिसकॉल कितना ग्राम होता है
मसअला : चार सो मिसकॉल कितना ग्राम होता है
जवाब : चार सौ मिसकाल का एक सौ पचास तोला या एक सौ साठ रुपये भर होता है
फतवा रजविया शरीफ में है। मासा साढ़े चार माशा है, और यहां का रुपया सवा ग्यारह माशा है, तो पूरे चार सौ मिसकाल एक सौ साठ रुपये हुए(फतावा रज़विया पाठ १२ पेज१५६)
और उसका वजन एक किलो आठ सौ छाँसठ ग्राम, दो सौ चालीस मिलीग्राम बनता है, क्योंकि एक मिसकाल साढ़े चार माशा का हो ता है, और एक माशा का वजन एक ग्राम, छत्तीस मिलीग्राम,
आठ सौ मैक्रो मिलीग्राम होता है। 1.0368 ग्राम तो एक मिसकाल चार ग्राम छह सौ पैंसठ मिलीग्राम छह सौ मैक्रो मिलीग्रामहुा। 4.6656 ग्राम अब हम इसे चार सौ मिसकाल से गुणा करें तो यह एक
किलो आठ सौ छाँसठ ग्राम दो सौ चालीस मिलीग्राम होगा। 1866.240 ग्राम
चूँकि एक रुपये का वजन ग्यारह ग्राम छह सौ चौंसठ मिलीग्राम होता है 11.664 ग्राम यदि हम ग्यारह ग्राम, छह सौ चौंसठ मिलीग्राम को एक किलो, आठ सौ छाँसठ ग्राम और दो सौ चालीस मिलीग्राम से विभाजित करें, तो परिणाम एक सौ साठ रुपये होगा। 160 अगर तोला द्वारा देखा जाए तो उसका तरीका यह है। एक तोला का वजन बारह ग्राम, चार सौ इकतालीस ग्राम और छह सौ मैक्रो मिलीग्राम 12.4416 ग्राम तो अब अगर हम बारह ग्राम, चार सौ इकतालीस मिलीग्राम, छह सौ मैक्रो मिलीग्राम को एक किलो, आठ सौ छाँसठ ग्राम और दो सौ चालीस मिलीग्राम से विभाजित करें, तो परिणाम एक सौ पचास तोला होगा। 150 और अगर आप इसे माशा की दृष्टि से देखें, तो यह तरीका है एक मिसकाल का वजन साढ़े चार माशा है, तो चार सौ मिसकाल अठारह सौ माशा हुआ 1800
चूँकि बारह माशा का एक तोला होता है, इस लिए बारह को अट्ठासी से विभाजित किया जाता है, तो परिणाम एक सौ पचास तोला होगा। 150 नतीजा यह हुआ कि चार सौ मिसकाल का वजन एक किलो, आठ सौ छाँसठ ग्राम और दो सौ चालीस मिलीग्राम है। एक सौ साठ रुपये, या एक सौ पचास
तोला, या अठारह सौ माशा कहा जाए सब सही है
واللہ تعالی اعلم بالصواب
नोट: फकीर ने फतवा रजविया से वहीदी पहाड़ा नामक बुक का संकलन किया है अधिक जानकारी के
लिए इस बुक को पढ़ें
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मौलाना रिजवानुल क़ादरी सेम्बरी