मुगल्लज़ा के बाद ज़ौजैन मुर्तद हो गए फिर इस्लाम क़ुबूल किए तो हलाला करना होगा या नहीं
सवाल ज़ैद ने अपनी बीवी हिंदा को तीन तलाक़ दे दिया बादहु ज़ैद व हिंहा दोनों मुर्तद हो गए लेकिन फिर से दोनों ने इस्लाम क़ुबूल कर लिया तो क्या ऐसी सूरत में बगैर हलाला के हिंदा से ज़ैद निकाह कर सकता है
जवाब सुरते मसउला में बगैर हलाला के बीवी शौहरे औवल के लिए हलाल ना होगी
क्योंकि तलाक़े मुगल्लज़ा के बाद बगैर हलाला की कोई गुंजाइश नहीं अगर्चे दोनों मुर्तद हो जाएं माअज़ल्लाह
जैसा कि फतावा रज़विया में है
जो तीन तलाक़ दे चुका वह जोरू या दोनों अगर क़ह्हार की लानत अपने सर लेने को मुर्तद, मुशरिक, बुत परस्त कुछ भी हो जाएं वह तीन तलाक़ रहेंगी मुसलमान हो जाने के बाद फिर हलाला की ज़रूरत होगी
बे हलाला हरगिज़ हरगिज़ निकाह दुरुस्त ना होगा
(फतावा रज़विया जिल्द १२ सफा ४६६ / रज़ा फाउंडेशन लाहौर)
हिन्दी ट्रान्सलेट
मौलाना रिजवानुल क़ादरी सेम्बरी