क्या मुहर्रम के 10 दिन गुस्ल करने से बीमारी नहीं आती है
सवाल : क्या फरमाते हैं उलमा ए किराम इस मसअला में कि क्या मुहर्रमुल हराम के इब्तिदाई 10 दिनों में नहाने से पूरे साल बीमारियों से महफूज़ रहता है ? जवाब इनायत फरमाएं साईल मोहम्मद इम्तियाज़
जवाब: 10 दिनों के मुतअल्लिक़ कोई इबारत मेरी नज़र से ना गुज़री अलबत्ता मुहर्रमुल हराम की दसवीं तारीख को गुस्ल करने से आदमी पूरे साल बीमारी से महफूज़ रहेगा क्योंकि उस दिन आबे ज़मज़म तमाम पानियों में पहुंचता है
जैसा कि इस्लामी जिंदगी में है की मुहर्रम की नौवीं और दसवीं को रोज़ा रखे तो बहुत सवाब पाएगा, बाल बच्चों के लिए 10 वीं मुहर्रमुल हराम को खूब अच्छे अच्छे खाने पकाए तो इंशा अल्लाह अज़वजल साल भर तक घर में बरकत रहेगी बेहतर है कि हलीम खिचड़ा पका कर हज़रतौ शहीदे कर्बला इमाम हुसैन रज़ि अल्लाहू तआला अन्हू की फातिहा करे बहुत मुजरब है इसी तारीख को गुस्ल करे तो तमाम साल इंशा अल्लाह अज़्ज़ा व जल बीमारियों से अमन में रहेगा, क्योंकि इस दिन आबे ज़मज़म तमाम पानियों में पहुंचता है (इस्लामी जिंदगी सफा 66)
والله اعلم بالصواب
अज़ क़लम
मोहम्मद अफसर रज़ा सअदी
जवाब: 10 दिनों के मुतअल्लिक़ कोई इबारत मेरी नज़र से ना गुज़री अलबत्ता मुहर्रमुल हराम की दसवीं तारीख को गुस्ल करने से आदमी पूरे साल बीमारी से महफूज़ रहेगा क्योंकि उस दिन आबे ज़मज़म तमाम पानियों में पहुंचता है
जैसा कि इस्लामी जिंदगी में है की मुहर्रम की नौवीं और दसवीं को रोज़ा रखे तो बहुत सवाब पाएगा, बाल बच्चों के लिए 10 वीं मुहर्रमुल हराम को खूब अच्छे अच्छे खाने पकाए तो इंशा अल्लाह अज़वजल साल भर तक घर में बरकत रहेगी बेहतर है कि हलीम खिचड़ा पका कर हज़रतौ शहीदे कर्बला इमाम हुसैन रज़ि अल्लाहू तआला अन्हू की फातिहा करे बहुत मुजरब है इसी तारीख को गुस्ल करे तो तमाम साल इंशा अल्लाह अज़्ज़ा व जल बीमारियों से अमन में रहेगा, क्योंकि इस दिन आबे ज़मज़म तमाम पानियों में पहुंचता है (इस्लामी जिंदगी सफा 66)
والله اعلم بالصواب
अज़ क़लम
मोहम्मद अफसर रज़ा सअदी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)
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