रोजा का बयान
(१)मिस्वाक करते वक़्त मुंह में खून आ जाए तो रोज़ा का क्या हुक्म है?
(२)अय्यामे मुहर्रम में कितने रोज़े रखे जाएं?
(३)हालत ए एतिकाफ मैं मोबाइल फोन के इस्तमाल का शरई हुकम?
(४)सेहरी में फज्र की अज़ान तक खाना कैसा है?
(५)मोहतलिम पहले सेहरी करे या गुस्ल करे ?
(६)रोज़े की मन्नत मानी दिन गुज़र गया तो क्या हुक्म है?
(७)(गैर रोज़ादार रोजे़दारों के साथ इफ्तार खा सकता है या नहीं)
(८) (तंबाकू मुंह में रखकर सो जाए तो रोज़े का क्या हुक्म है)
(९)(हालत ए रोज़ा में गेम खेलना इंदश्शरअ कैसा है)
(१०) (गैर मुस्लिम के यहां इफ्तार कर सकते हैं)
(११) (बगैर रोज़ा रखे एतिकाफ करना कैसा है)
(१२)(लकड़ी की मिस्वाक करना कैसा है)
(१३)
(१४)
(१५)
(१६)
हिन्दी ट्रान्सलेट
मौलाना रिजवानुल क़ादरी अशरफी सेमरबारी