गांधी को महात्मा कहना शरअन दुरुस्त है या नहीं
सवाल: क्या फरमाते हैं उलमा ए इस्लाम इस मसला के बारे में कि गांधी को महात्मा गांधी बोलना कैसा है ? बोलने वाले पर हुकुम शरअ क्या होगा दलील के साथ जवाब इनायत फरमाएं मेहरबानी होगी
साईल: उस्मान रज़ा (बलगाम कर्नाटक)
जवाब: गांधी को महात्मा कहकर बोलना जायज़ नहीं सिर्फ गांधी जी कहा जाए, इमामे अहले सुन्नत आला हज़रत फाज़िल ए बरेलीवी अलैही रहमां फरमाते हैं कि गांधी ख्वाह किसी मुशरिक या काफिर या बद मज़हब को महात्मा कहना हराम और सख्त हराम है महात्मा के माना है रूह ए आज़म यह वस्फ सैयदना जिब्रील ए अमीन अलैहीस्सलातो वस्सलाम का है मुखालिफाने दीन की ऐसी तारीफ अल्लाह पाक और रसूल सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम को ऐज़ा देना है(फतावा रज़विया जिल्द ९ सफा २८५)
واللہ اعلم بالصواب
अज़ क़लम
मोहम्मद उमर फारूक़ रब्बानी
हिंदी ट्रांसलेट
मोहम्मद रिज़वानुल क़ादरी सेमरबारी (दुदही कुशीनगर उत्तर प्रदेश)